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नीमच । खुशियाँ दरवाज़े पर थीं... घर में बेटे की सगाई हो चुकी थी, अब शादी की तारीख तय करने का जश्न मनाने की बारी थी। लेकिन किसे पता था कि एक जवान की ज़िंदगी की आख़िरी रात बनकर आएगी वह यात्रा, जो उसे परिवार के पास ले जा रही थी। नीमच सीआरपीएफ कैंप में पदस्थ जवान निर्मल बगेरिया, मनासा स्थित अपने घर लौट रहे थे। समय रात के लगभग 11 बजे का था, जब नीमच-मनासा रोड पर गिरदौड़ा और रेवली देवरी के बीच पीछे से आए एक तेज़ रफ़्तार अज्ञात वाहन ने उनके दोपहिया को ज़ोरदार टक्कर मार दी। टक्कर इतनी भयानक थी कि मौके पर ही निर्मल की मौत हो गई।वहीं, हादसे के बाद वाहन चालक मौके से फरार हो गया। जैसे ही खबर मिली, परिजन और सिटी थाना पुलिस मौके पर पहुंचे। जवान के पार्थिव शरीर को जिला अस्पताल भेजा गया, जहां पोस्टमॉर्टम के बाद शव परिजनों को सौंपा गया। एक जवान, एक बेटा, एक सपना – और एक दर्दनाक अंत" सीआरपीएफ में अपनी सेवा देने वाले निर्मल बगेरिया न सिर्फ़ देश की रक्षा में लगे थे, बल्कि अपने परिवार की ढेरों उम्मीदों और खुशियों के भी केंद्र थे। दो बेटों की सगाई के बाद अब घर में शादी की तैयारियाँ हो रही थीं। लेकिन नियति को कुछ और ही मंज़ूर था।
गॉड ऑफ ऑनर के साथ अंतिम विदाई सीआरपीएफ के इस सिपाही को नीमच कैंपस से पूरे सैनिक सम्मान के साथ उनके गृहग्राम मनासा ले जाया गया। पुष्पचक्र अर्पित कर, सलामी के साथ उन्हें अंतिम विदाई दी गई। "गॉड ऑफ ऑनर" के बीच हर आंख नम थी और दिल में बस एक ही सवाल — आख़िर वह अज्ञात वाहन कौन था, जिसने एक ज़िंदगी छीन ली? पुलिस जुटी जांच में, परिजन मांग रहे इंसाफ फिलहाल सिटी थाना पुलिस ने मर्ग कायम कर अज्ञात वाहन की तलाश शुरू कर दी है। परिजन और समाज के लोग दोषी वाहन चालक को जल्द पकड़ने की मांग कर रहे हैं। यह सिर्फ़ एक हादसा नहीं, एक परिवार की दुनिया उजड़ जाने की कहानी है। |
नीमच । खुशियाँ दरवाज़े पर थीं... घर में बेटे की सगाई हो चुकी थी, अब शादी की तारीख तय करने का जश्न मनाने की बारी थी। लेकिन किसे पता था कि एक जवान की ज़िंदगी की आख़िरी रात बनकर आएगी वह यात्रा, जो उसे परिवार के पास ले जा रही थी।
नीमच सीआरपीएफ कैंप में पदस्थ जवान निर्मल बगेरिया, मनासा स्थित अपने घर लौट रहे थे। समय रात के लगभग 11 बजे का था, जब नीमच-मनासा रोड पर गिरदौड़ा और रेवली देवरी के बीच पीछे से आए एक तेज़ रफ़्तार अज्ञात वाहन ने उनके दोपहिया को ज़ोरदार टक्कर मार दी। टक्कर इतनी भयानक थी कि मौके पर ही निर्मल की मौत हो गई।वहीं, हादसे के बाद वाहन चालक मौके से फरार हो गया। जैसे ही खबर मिली, परिजन और सिटी थाना पुलिस मौके पर पहुंचे। जवान के पार्थिव शरीर को जिला अस्पताल भेजा गया, जहां पोस्टमॉर्टम के बाद शव परिजनों को सौंपा गया।
एक जवान, एक बेटा, एक सपना – और एक दर्दनाक अंत"
सीआरपीएफ में अपनी सेवा देने वाले निर्मल बगेरिया न सिर्फ़ देश की रक्षा में लगे थे, बल्कि अपने परिवार की ढेरों उम्मीदों और खुशियों के भी केंद्र थे। दो बेटों की सगाई के बाद अब घर में शादी की तैयारियाँ हो रही थीं। लेकिन नियति को कुछ और ही मंज़ूर था।
गॉड ऑफ ऑनर के साथ अंतिम विदाई
सीआरपीएफ के इस सिपाही को नीमच कैंपस से पूरे सैनिक सम्मान के साथ उनके गृहग्राम मनासा ले जाया गया। पुष्पचक्र अर्पित कर, सलामी के साथ उन्हें अंतिम विदाई दी गई। "गॉड ऑफ ऑनर" के बीच हर आंख नम थी और दिल में बस एक ही सवाल —
आख़िर वह अज्ञात वाहन कौन था, जिसने एक ज़िंदगी छीन ली?
पुलिस जुटी जांच में, परिजन मांग रहे इंसाफ
फिलहाल सिटी थाना पुलिस ने मर्ग कायम कर अज्ञात वाहन की तलाश शुरू कर दी है। परिजन और समाज के लोग दोषी वाहन चालक को जल्द पकड़ने की मांग कर रहे हैं। यह सिर्फ़ एक हादसा नहीं, एक परिवार की दुनिया उजड़ जाने की कहानी है।
NDA | INDIA | OTHERS |
293 | 234 | 16 |
NDA | INDIA | OTHERS |
265-305 | 200 -240 | 15-30 |